रूस की कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक वी अमेरिकी कंपनी फाइजर और मॉडर्ना के मुकाबले सस्ती होगी। स्पुतनिक वी के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में यह दावा किया गया है। इसे बनाने वाले रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) के एक प्रवक्ता के हवाले से तास न्यूज एजेंसी ने बताया है कि वैक्सीन की कीमत अगले हफ्ते सार्वजनिक की जाएगी।
कंपनी के ट्वीट में कहा गया है फाइजर की ओर से बताई गई वैक्सीन के एक डोज की कीमत 19.50 डॉलर (1446.17 रुपये) होगी। मॉडर्ना की कीमत 25 से 37 डॉलर (1854.07-2744.02 रुपये) रखी गई है। एक इंसान को दो डोज लेने होंगे। इसके हिसाब से इनकी कीमत 39 डॉलर (2892.34 रुपये) और 50 से 74 डॉलर (3708.13-5488.04 रुपये) बैठेगी। इनके मुकाबले स्पुतनिक-वी की कीमत कहीं कम होगी।
बड़े पैमाने पर टेस्ट से पहले अगस्त में जब स्पुतनिक-वी को रजिस्टर्ड किया गया, तो रूस ऐसा करने वाला पहला देश बन गया था। इस वैक्सीन को गैमेलिया नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबॉयोलॉजी और रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड ने मिलकर विकसित किया है।
दुनिया में कोरोना मरीजों का आंकड़ा शुक्रवार को 5.84 करोड़ के पार हो गया। 4 करोड़ 46 लाख से ज्यादा लोग ठीक हो चुके हैं। अब तक 13 लाख 86 हजार से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं। मॉडर्ना वैक्सीन कंपनी ने पहली बार अपनी वैक्सीन की कीमत के बारे में जानकारी दी है। उधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि कोविड-19 सिर्फ अमेरिका नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में खतरनाक ढंग से फैल रहा है। दूसरी तरफ इटली में भी संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
ऑर्डर से तय होगी मॉडर्ना वैक्सीन की कीमत
मॉडर्ना वैक्सीन के एक डोज की कीमत 25 डॉलर से 37 डॉलर (करीब 1800 रु से 2700 रुपये) के बीच होगी। कीमत इस बात पर भी निर्भर होगी कि कितना ऑर्डर मिला है। कंपनी के चीफ एग्जीक्यूटिव स्टीफन बेंसेल ने इस बात की जानकारी दी। 16 नवंबर को यूरोपीय कमीशन के एक अफसर ने कहा था कि हमने मॉडर्ना की लाखों डोज के लिए कंपनी से डील की है। एक डोज की कीमत 25 डॉलर से कम होगी।
इस पर बेंसेल ने कहा कि ऐसी कोई डील नहीं हुई है, हां इसकी तैयारी जरूर है। हम यूरोप में वैक्सीन भेजना चाहते हैं और इसके लिए बातचीत जारी है। हाल ही में मॉडर्ना ने कहा था कि टेस्टिंग में उनकी वैक्सीन 94.5% कामयाब रही।
कोरोना प्रभावित टॉप-10 देशों में हालात
देश |
संक्रमित | मौतें | ठीक हुए |
अमेरिका | 12,450,666 | 261,790 | 7,403,847 |
भारत | 9,095,908 | 133,263 | 8,521,617 |
ब्राजील | 6,052,786 | 169,016 | 5,429,158 |
फ्रांस | 2,127,051 | 48,518 | 149,521 |
रूस | 2,064,748 | 35,778 | 1,577,435 |
स्पेन | 1,589,219 | 42,619 | उपलब्ध नहीं |
यूके | 1,493,383 | 54,626 | उपलब्ध नहीं |
इटली | 1,380,531 | 49,261 | 539,524 |
अर्जेंटीना | 1,366,182 | 36,902 | 1,187,053 |
कोलंबिया | 1,240,493 | 35,104 | 1,144,923 |
आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं।
अमेरिका में फिर दो लाख मामले
अमेरिका में शनिवार को एक ही दिन में 2 लाख से ज्यादा संक्रमण के मामले सामने आए। इसके पहले भी यही आंकड़ा सामने आ चुका है। इस बीच लंबे वक्त बाद ट्रम्प ने कोविड-19 पर प्रतिक्रिया दी। ट्रम्प ने कहा- कोरोनावायरस सिर्फ अमेरिका में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में खतरनाक ढंग से फैल रहा है। राष्ट्रपति चुनाव के दौरान जो बाइडेन ने हर मंच से कहा था कि ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन ने कोरोना से निपटने में सतर्क होकर काम नहीं किया और इसका खामियाजा पूरे देश को उठाना पड़ा।
इटली में संक्रमण बढ़ा
मई के बाद इटली में हालात फिर चिंताजनक होते जा रहे हैं। हालांकि, यूरोप के लगभग सभी देशों में संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन, इटली में मामला गंभीर होता जा रहा है। शनिवार को यहां 25 हजार नए मामले सामने आए थे। यहां एक हफ्ते से हर दिन औसतन 22 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं।

क्रूज पर सफर न करें
अमेरिका में सेंटर्स फॉर डिसीज कंट्रोल ने एक एडवाइजरी जारी की। इसमें कहा गया कि लोग क्रूज शिप में सफर करने से बचें क्योंकि इसमें संक्रमण का खतरा बहुत ज्यादा है। एडवाइजरी में कहा गया है कि अगर क्रूज में सफर करना इतना ही जरूरी है तो हर हाल में सफर के तीन से पांच दिन पहले टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव होनी चाहिए। सफर से लौटने के बाद भी कम से कम सात दिन घर में ही रहना जरूरी है।
सीडीसी ने हाल ही में एक जांच के दौरान पाया कि क्रूज में यात्रा करने वालों को संक्रमण का खतरा आम लोगों से ज्यादा है। 1 मार्च से 28 सितंबर के बीच कुल 3689 ऐसे यात्री पाए गए जिन्होंने क्रूज में सफर किया और उन्हें संक्रमित पाया गया।
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