बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन (एमकैप) बुधवार को 160.11 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गया। यह इसी साल जनवरी में टॉप से महज 47 हजार करोड़ रुपए कम है। इस साल 17 जनवरी को 160.57 लाख करोड़ रुपए के साथ बीएसई का अब तक सर्वोच्च स्तर एम कैप का रहा है।
जनवरी में 3 बार 160 लाख करोड़ का आंकड़ा पार हुआ था
हालांकि जनवरी में तीन बार एम कैप 160 लाख करोड़ से ज्यादा रहा है। 16 जनवरी को 160.22, 17 जनवरी को 160.57 और 24 जनवरी को 160.27 लाख करोड़ रुपए मार्केट कैप था। बीएसई सेंसेक्स ने 20 जनवरी को 42,273 अंक का हाई बनाया था। बुधवार को यह 39,922 तक के स्तर पर पहुंच गया था। यानी अभी यह टॉप से करीबन 2,350 अंक कम है। 30 सितंबर को सेंसेक्स 37,977 अंक पर था। इस लिहाज से एक हफ्ते में सेंसेक्स में 1,924 अंकों की बढ़त देखी गई है।
टॉप 10 कंपनियों के साथ कुछ छोटी कंपनियों का भी एम कैप बढ़ा
वैसे मार्केट कैप में जो बढ़त दिखी है, उसमें टॉप 10 कंपनियों के साथ कुछ छोटी-छोटी कंपनियों का भी योगदान रहा है। इसके साथ कुछ नई कंपनियां लिस्ट भी हुई हैं और उनका भी मार्केट कैप सेंसेक्स में जुड़ा है। कंपनियों के लिहाज से देखें तो सबसे ज्यादा रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप बढ़ा है। 17 जनवरी को इसका एम कैप 11 लाख करोड़ रुपए था जो अब 14.50 लाख करोड़ रुपए है। यानी 3.5 लाख करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है।
टीसीएस का एम कैप 2.44 लाख करोड़ बढ़ा
इसी तरह टीसीएस का एम कैप 2.44 लाख करोड़ रुपए बढ़कर 10.20 लाख करोड़ हो गया। यह 7.76 लाख करोड़ रुपए जनवरी में था। एचडीएफसी बैंक के एम कैप में 72 हजार करोड़ रुपए की बढ़त हुई है। इंफोसिस ने इसी दौरान 1.46 लाख करोड़ रुपए जोड़ा है। इसका जनवरी में 3 लाख करोड़ मार्केट कैप था जो अब 4.46 लाख करोड़ रुपए हो गया है। आईसीआईसीआई बैंक, आईटीसी, कोटक महिंद्रा बैंक और भारती एयरटेल ने भी इसी दौरान एम कैप में मामूली बढ़त की है।

30 सितंबर के बाद भी कंपनियों के एम कैप में इजाफा
अगर पिछले एक हफ्ते से यानी 30 सितंबर से देखें तो भी कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। 30 सितंबर को निफ्टी में टॉप 10 कंपनियों की बात करें तो रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) का मार्केट कैपिटलाइजेशन 15.10 लाख करोड़ रुपए था। टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस (टीसीएस) का एम कैप 9.35 लाख करोड़ रुपए, एचडीएफसी बैंक का 5.93 लाख करोड़ रुपए, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) का 4.86 लाख करोड़ और इंफोसिस का 4.29 लाख करोड़ रुपए मार्केट कैपिटलाइजेशन था।
एचडीएफसी का एम कैप 3.12 लाख करोड़
एचडीएफसी लिमिटेड की बात करें तो 30 सितंबर को इसका मार्केट कैप 3.12 लाख करोड़ रुपए था जबकि कोटक महिंद्रा बैंक का एम कैप 2.51 लाख करोड़ रुपए था। भारती एयरटेल का 2.29 लाख करोड़ रुपए मार्केट कैप था। एचसीएल टेक का मार्केट कैप 2.20 लाख करोड़ रुपए था। टॉप 10 कंपनियों का कुल मार्केट कैप 30 सितंबर को 52.13 लाख करोड़ रुपए था। यह आज 53.65 लाख करोड़ रुपए रहा है। यानी करीबन 1.50 लाख करोड़ रुपए बढ़ा है। हालांकि इसमें आरआईएल के एम कैप में 60 हजार करोड़ की गिरावट आई है।
एक हफ्ते में सेंसेक्स 1,924 अंक बढ़ा
पिछले बुधवार से अब तक एक हफ्ते की बात करें तो सेंसेक्स में 1,924 अंक की बढ़त हुई है। 30 सितंबर को सेंसेक्स 37,973 अंक पर बंद हुआ जबकि आज दोपहर में यह 39,897 अंक पर कारोबार कर रहा था। आनंद राठी सिक्योरिटीज के नरेंद्र सोलंकी कहते हैं कि शेयर बाजार हमेशा भविष्य की गतिविधियों पर कारोबार करता है। अब जबकि अनलॉक चालू है, सारी चीजें खुल रही हैं ऐसे में बाजार को उम्मीद है कि आगे सब अच्छा होगा।
कुछ नंबर अच्छे आए हैं
उनका कहना है कि हाल में जो कुछ नंबर आए हैं वे काफी अच्छे हैं। चाहे वे ऑटो सेक्टर की बिक्री के नंबर हों या फिर लिक्विडिटी की बात हो। वे कहते हैं कि दूसरी तिमाही का रिजल्ट आज से चालू हो गया है। ऐसी उम्मीद है कि रिजल्ट सीजन बेहतर रहेगा। वे कहते हैं कि इन सब चीजों से ऐसा दिख रहा है कि आगे सब ठीक-ठाक होगा और इसी अधार पर बाजार में तेजी बनी है। हम अब जनवरी के हाई को देख रहे हैं जो इस महीने में टच हो रहा है।
मार्केट की कमेंट्री पर निर्भर है चाल
सोलंकी का कहना है कि रिजल्ट में मार्केट लीडर की कमेंट्री क्या आती है, उस पर भी बाजार की नजर है। अगर कोई पॉजिटिव कमेंट्री आती है तो बाजार शायद एक नई ऊंचाई बना सकता है। वे कहते हैं कि अभी तक जो बाजार चला है, उसमें फाइनेंशियल सेक्टर नहीं चला है। अब बारी फाइनेंशियल सेक्टर की है। यानी बैंकों, एनबीएफसी की। ये सेक्टर अगर अच्छे से चल जाता है तो सेंसेक्स में हम हजार अंक से ज्यादा की उछाल देख सकते हैं। यह सेक्टर इंडेक्स में ज्यादा योगदान देता है।
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