पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा की 75वीं वर्षगांठ के दौरान फिर कश्मीर का मुद्दा उठाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय सेना पर कई आरोप भी लगाए। भारत ने इस स्पीच का बायकॉट किया। यूएन के असेंबली हॉल में उस वक्त मौजूद भारतीय विदेश सेवा के 2010 बैच के अफसर मिजितो विनितो उठकर बाहर चले गए।
#WATCH Indian delegate at the UN General Assembly Hall walked out when Pakistan PM Imran Khan began his speech. pic.twitter.com/LP6Si6Ry7f
— ANI (@ANI) September 25, 2020
इमरान के आरोपों पर भारत का जवाब
यूएन में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की 75वीं महासभा में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का बयान कूटनीतिक तौर पर बेहद निचले स्तर का था। उन्होंने झूठे आरोप लगाए और व्यक्तिगत हमले किए। पाकिस्तान अपने देश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे जुल्म और सीमा पार से आतंक फैलाने की कोशिशों को ढंकने की कोशिश कर रहा है। राइट ऑफ रिप्लाई में इसका सही जवाब दिया जाएगा।
PM of Pakistan statement a new diplomatic low – at 75th UN General Assembly. Another litany of vicious falsehood, personal attacks, war mongering and obfuscation of Pakistan’s persecution of its own minorities & of its cross-border terrorism. Befitting Right of Reply awaits.
— PR UN Tirumurti (@ambtstirumurti) September 25, 2020
इमरान ने गुजरात दंगे और बाबरी मस्जिद का भी जिक्र किया
इमरान खान ने अपनी स्पीच कहा, ‘‘राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) गांधी और नेहरू के सेक्युलर मूल्यों को पीछे छोड़ रहे हैं। वे भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने में जुटे हैं। इनका मानना है कि भारत केवल हिंदुओं के लिए है। आरएसएस ने 1992 में बाबरी मस्जिद ढहा दी।’’
उन्होंने गुजरात दंगे का भी जिक्र किया। कहा कि 2002 के दंगे में मुस्लिमों की हत्या की गईं। कोरोनावायरस फैलाने के लिए भी मुस्लिमों को टारगेट किया गया। साथ ही कहा कि जम्मू-कश्मीर में भारत ने गैरकानूनी तरीके से विशेष राज्य का दर्जा छीना।
उन्होंने कहा कि कश्मीर में लोगों को फेक एनकाउंटर में मारा जा रहा है। पिछले साल अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कश्मीरी नेताओं को नजरबंद कर दिया गया। कई कश्मीरियों को मारा गया, पूरे राज्य में कर्फ्यू लगा दिया गया। इंटरनेशनल कम्युनिटी को इसकी जांच करनी चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी जम्मू-कश्मीर में डेमोग्राफिक चेंज कर रही है। जेनेवा कन्वेंशन के मुताबिक, ऐसा करना वॉर क्राइम है।
इंडियन आर्मी पर झूठे आरोप
इमरान ने इंडियन आर्मी पर भी झूठे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि भारत की ओर से सीजफायर का उल्लंघन किया जाता है। इससे सीमा पर तनाव पैदा किया जा रहा। सेना निर्दोष लोगों को मार रही है।
भारत ने कहा- पाकिस्तान आतंक का एपिसेंटर है
संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के 45वें सेशन में भारत के स्थाई मिशन के फर्स्ट सेक्रेटरी सेंथिल कुमार ने पाकिस्तान में जातीय और धार्मिक अल्पसंख्यकों की बदतर स्थिति के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा, ‘दूसरों को उपदेश देने से पहले पाकिस्तान को याद रखना चाहिए कि आतंकवाद मानवाधिकार उल्लंघन का सबसे बदतर तरीका है। यह मानवता के खिलाफ अपराध है। दुनिया को मानवाधिकार पर ऐसे देश से सीख लेने की जरूरत नहीं है, जो आतंक का एपिसेंटर और नर्सरी के तौर पर जाना जाता है।’
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